मंगलवार, 21 फ़रवरी 2012

गांव, पहाड़ और गमला

              Artist- Robert Rauschenberg
                                                     




















मै पहाड़ पहाड़ चिल्लाते हुए
शहर के सबसे व्यस्त चौराहे पर खड़ा
खुले में मूत रहा हूँ

कभी कभी 
हरे रंग को चेहरे पर पोतकर
मै जंगल हो जाने का भ्रम पालता हूँ
और बालकनी से टेक लगाकर
धूप के बारे में इस तरह बतियाता हूँ
की गांव को गमले की शक्ल में
बदलते हुए पाता हूँ.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें