Artist - Edvard Munch |
१.
किसी और को नहीं
पहले
खुद अपने को माफ करना सीख
क्यूंकि
इस दुनिया में
कोई तेरे माफ़ी के काबिल नहीं
अबे जा साले
खुद तू भी नहीं.
२.
और मरते हुए राजा कि मज़बूरी थी
किसी न किसी बेटे को तो राज्य
सौंपकर ही जाना था
जबकि
राजा जानता था
कि उसके तीनो बेटे
उसकी नहीं
बल्कि रानी के ऊब से पैदा हुई संताने थीं
और सारे असली राजकुमार
राजा के भाइयों कि तरह ही
गुमशुदा कि तलाश थे.
३.
फिर भी
सूरजमुखी ने कोई शिकायत नहीं की
और चुपचाप
गमले में
पालथी मारकर बैठ गया.
४.
बिना तीर, बन्दूक के भी
शिकार होते हैं
और किसी को जान से मार देने के लिए
उसके नाम पर
थूक देना भर ही काफी है.
५.
अब
मै तुमसे विदा लेती हूँ
कहकर
कविता ने
मेरे नाम पर थूक दिया.
६.
बुरा ही हुआ
७.
अच्छा ही हुआ.