Artist - Myself |
एकदम खौलते हुए दिन से
छानकर निकाला है तुम्हे
चाँद की तरह
चिकनी गोरी गोल मोल छल्ला
गले में कसता हुआ
फँसता हुआ
हँसता हुआ मैं
हा हा हा ...
अरे भोली
तेरे जीभ की नोक पर
जो ज़हर है
उसे ही चाटकर धूप इतना नीला है
की जिसमे उबलते हुए
मैं लाल हुआ जाता हूँ
जैसे सेब लाल होता है
जैसे लाल लाल होता है
जैसे तू लाल है
लाली.