Artist - Rajkumar Sahni |
समय में कोई खराबी नहीं है
और दुनिया के सारे पेंच कसे हुए हैं
जबकि मै कोई इंजीनियर होने कि बजाय
एक तीस साल का शराबी और गंजेड़ी हूँ
जिसके पास कुल जमा
डेढ़ दो सौ अधूरी कवितायेँ
चौबीस पच्चीस अनलिखी कहानियां
और अपनी पूरी ढीठता के साथ
बहुत सारी विनम्रता विरासत में मिली हुई
और तीन रंडियों के साथ सोने का अनुभव है
हालांकि मेरे मित्र ये भी कहते हैं
कि मुझमे एक अच्छा फिल्ममेकर और चित्रकार होने के
सारे गुण मौजूद हैं
(और उनकी इस बात पर मै यकीन करता हूँ)
आप चाहें तो इसे कविता कि तरह भी पढ़ सकते हैं
पर इतने से अगर कहीं काम मिलता हो
तो इसे मेरा रिज़्यूम समझें.
shabaas dost.... maza aa gaya...
जवाब देंहटाएंManto ka resume yaad dila diya... waah