शनिवार, 2 अप्रैल 2011

कमरे की चुप्पी मे देह का अंधेरा

                                                  Artist- Myself




















कमरे की रोशनी मे
चीज़ें उतनी ही चुप होती हैं
जितनी कमरे के अंधेरे मे
जितनी आसमान के अंधेरे मे.

आसमान के अंधेरे मे रेंगते रहते हैं तारे
जैसे
देह के अंधेरे मे उँगलियाँ.

देह का अंधेरा
आसमान का अंधेरा है
कमरे की चुप्पी
देह की चुप्पी है.

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