Artist - Henri Rousseau |
मै तुम्हारे लिए लिखना चाहता हूँ
एक कविता
कि देना चाहता हूँ तुम्हें शब्द
उनके रूप और गंध
कि महसूस सकूँ जेहन मे
तुम्हारा रूप और गंध
मै लिखना चाहता हूँ
तुम्हारे लिए-
फूल
पत्ती
पेड़
पहाड़
और
बसंत के ये चमकीले दिन
कि भटकते रहें पन्नों पर
सब कुछ के अघटे मे
और स्मृति की चाहना बची रहे.
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